मानवाधिकार
दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन
दिनांक :-
10 दिसम्बर 2021
स्थान :
मानवाधिकार जन निगरानी समिति वाराणसी कार्यालय
संक्षिप्त
रिपोर्ट
अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य पर मानवाधिकार जननिगरानी समिति वाराणसी के द्वारा समिति के कार्यालय में यातना से संघर्षरत पीडितो का सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का संचालन ओंकार विश्वकर्मा द्वारा किया गया| जिसमे उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से आयी पीडितो को सम्मानित किया गया| कार्य्रकम को आगे बढ़ाते हुए समिति की कार्यकर्ता छाया कुमारी द्वारा पीडितो के साथ हुई घटना की टेस्टमनी को पढ़ा गया| जिसमे जान्ती देवी के पुत्र की जेल में हुई हत्या से जुड़ा मामला था| वही बनौरा से आई साईबा बानो को टेस्टमनी को फरहत शबा खानम के द्वारा पढ़ा गया| वही उषा देवी के साथ हुई घटना की कहानी को ज्योति कुमारी द्वारा पढ़ा गया| जिसके बाद उक्त सभी पीडितो को उनकी कहानी की कॉपी के साथ गमछा देकर सम्मानित किया गया| उक्त सम्मान समारोह कार्यक्रम में पीडितो ने अपनी कहानी सुनकर अपने पीड़ा को व्यक्त करते हुए जान्ती देवी ने कहा की पुलिस वाले को हम बोले थे की साहब मेरा बेटा निर्दोष है| उसे छोड़ दीजिये|इस बात पर पुलिस बोला था की छोड़ देंगे ढाई लाख रुपया ला कर दो हम बोले गरीब है साहब इतना पैसा नहीं दे पायेंगे| तब पुलिस ने कहा था की जमीन बेच कर दो हम पैसा नहीं दिये| पुलिस को पैसा न देने पर मेरे बेटे को जेल भेज कर मार दिया| वही बनौरा से आई साहिबा बानो ने बताया की उसके पति ऑटो चलाते थे| जिसे पुलिस पकड़ कर थाने ले गयी| जहा 10000 हज़ार रूपये मांग रहा था 10000 नहीं देने के वजह से मेरे पति को पुलिस ने हिरोइन का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया| जहा पे जेल में उनके साथ मार पीट हुआ
इस तरह सभी पीडितो ने बारी बारी से अपने दर्द को सुनाया जिस पर मानवाधिकार जन निगरानी समिति की निदेशक श्रुति नागवंशी ने सभी से मिल कर उन्हें सांत्वना देते हुए न्यायिक कार्यवाही की बात कही उन्होंने कहा की हम आप सभी के इंसाफ के लिए लड़ेंगे, और आप सब को इन्साफ दिलायेंगे| आप अगर यहाँ आये है तो उम्मीद रखिये हम आपके संघर्ष में साथ है और आपके इन्साफ की लड़ाई पूरी तरह हमारी संस्था लड़ेगी| वही जय कुमार मिश्रा जी के द्वारा पीडितो को अन्य पीडितो को गमछा दे कर सम्मानित किया गया| कार्यक्रम में फरहत शबा खानम अरबिंद कुमार, पिंटू गुप्ता, एवं संस्था के अन्य कार्यकर्त्ता मौजूद थे!
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