प्रिय साथियो,
आप वाराणसी के
लल्लापुरा की उस बहादुर लड़की शमा को सम्मान देने में सादर आमंत्रित है जो अपने
जीवन के अंतिम समय तक इस समाज और पुरुषवादी मानसिकता के लोगो से लड़ते हुए दुनिया
छोड़ गयी | 20 वर्षीय शमा अपने पूरे परिवार में एकमात्र लड़की थी जो पढ़ रही थी और
उसका सपना था की वह नौकरी करे और अपने गरीब परिवार की मदद करे | शमा को 3 लड़को द्वारा जून 2014 से लगातार छेड़
छाड़ किया जा रहा था और शमा के परिवार वालो का यह कहना है की यदि शमा के पास साईकिल
होती तो वो सुरक्षित रह पाती | 18 दिसम्बर, 2014 को वे तीनो लडके उसके घर में
घुसकर उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास किये जब शमा का परिवार वहाँ नहीं था | शमा
ने इसका विरोध किया और चिल्लाते हुए बाहर भागी तब उन तीनो लड़को ने उसके ऊपर मिट्टी
का तेल डालकर उसे जला दिया | जिससे 26 दिसम्बर, 2014 को शमा की मृत्यु हो गयी | इस
बहादुर लड़की को केवल उन तीन युवको के ज्यादती का ही शिकार नहीं होना पड़ा बल्की
समाज को सुरक्षा देने वाले पुलिस और भगवान का रूप समझे जाने वाले डाक्टरों के भी
पुरुषवादी मानसिकता को झेलना पडा | न तो पुलिस ने उसे इंसाफ दिलाने में मदद कर रही
है न ही इलाज के दौरान डाक्टरों ने उस बहादुर लड़की के जीवन को बचाने में असाधारण
काम किया |
http://www.pvchr.net/2014/ 12/ urgent-appeal-india-rule-of -law-or-rule.html
उसकी बहादुरी के याद
में मानवाधिकार जननिगरानी समिति, शुश्री पारुल शर्मा और 200 स्वीडीश दानदाता
द्वारा लड़कियों की आजादी के लिए “शमा साईकिल” की शुरुवात कर रहे है |
उस बहादुर लड़की के परिवार को पण्डित विकास
महाराज, संस्थापक, म्युजिसियन अगेंस्ट टार्चर और श्री बल्लभाचार्य पाण्डेय, सदस्य,
गवर्निंग बोर्ड, PVCHR द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया जाएगा |
दिनांक : 31 दिसम्बर, 2014
दिनांक : 31 दिसम्बर, 2014
स्थान :
कामेश हट होटल, जगतगंज, लहुरावीर (वीर स्टूडियो के बगल वाली गली ), वाराणसी |
समय : 11 बजे
सुबह से
सादर
आपका
साथी
मानवाधिकार
जननिगरानी समिति परिवार
Note: Credit to photograph: Ms. Smita Sharmahttp://www.pvchr.net/2014/12/urgent-appeal-india-rule-of-law-or-rule.html
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