Wednesday, December 31, 2014

संयुक्तराष्ट्र के ह्यूमनराइट्स कोंसिल में शमा को जिन्दा जलाये जाने की घटना की शिकायत


           संयुक्तराष्ट्र के ह्यूमनराइट्स कोंसिल में शमा को जिन्दा जलाये जाने की घटना की शिकायत की गयी |
 शमा के संघर्शो की याद में पारुल शर्मा और 200 स्वीडिश नागरिकों के सहयोग से “शमा साईकिल फॉर फ्रीडम” (Shama Bicycle for freedom) की घोषणा की गयी 
शमा के माता-पिता को न्यायिक संघर्ष में सहायता के लिए बीस हजार का चेक दिया गया


वाराणसी, 31 दिसम्बर 14 को वाराणसी लहुराबीर स्थित होटल कामेश हट में लल्लापुरा निवासिनी बीस वर्षीया मृत युवती “संघर्षरत पीडिता शमा” (काल्पनिक नाम) की माँ कुरैशा बीबी और पिता अमीन बाबा शमा के लिए न्यायिक संघर्ष में सहायता के लिए मानवाधिकार जननिगरानी समिति, सावित्री बाई फूले महिला पंचायत एवं डिग्निटी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से बीस हजार की आर्थिक सहायता दी गयी |  
      बहादुर युवती शमा की बहादुरी को सलाम करते हुए यशभारती सम्मान से सम्मानित पण्डित विकास महाराज, सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्री. बल्लभाचार्य पाण्डेय, सम्पादक श्री आशीष बागची एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री. विजय विनीत द्वारा बीस हजार चेक शमा के माता पिता को शमा की न्य्यायिक संघर्ष को जारी रखने और शमा के गुनाहगारों को सजा दिलाने में सहायता के लिए दिया गया | इस मौके पर मानवाधिकार जननिगरानी समिति के निदेशक डा लेनिन रघुवंशी द्वारा  की भी घोषणा यह साईकिल दूर स्कूल कालेज पढ़ने जाने वाली लडकियों को दिया जायेगा, जो शमा के संघर्ष को हमारी स्मृतियों में हमेशा जिन्दा रखेगा | शमा का यह कहना था “ यदि मेरे पास साईकिल होती तो शायद मै सुरक्षित रह पाती ” इन साइकिलों के लिए भारतीय मूल की स्वीडिश नागरिक सुश्री पारुल शर्मा और 200 स्वीडीश नागरिको द्वारा धन इकठ्ठा किया जा रहा है | विदित हो की वर्ष 2015 में लडकियों को 100 साईकिल के साथ साईकिल में हवा भरने का पम्प भी दिया जायेगा

पुलिस के मुखबिरों द्वारा सरेआम शमा को जिन्दा जलाये जाने की घटना के सन्दर्भ में  मानवाधिकार जननिगरानी समिति द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ के ह्युमन राईट काउन्सिल में शिकायत दर्ज किया जा गया है , शिकायत प्राप्त होने की सूचना भी काउन्सिल द्वारा संस्था को हुई है | 27 दिसम्बर, 2014 को समिति द्वारा अर्जेंट अपील जारी करके मृतका के परिवार को न्याय दिलाने की अपील वाराणसी क्षेत्र के सांसद एवं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी, माननीय सर्वोच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष, सोसल जस्टिस ऑफ़ इम्पावरमेंट मिनिस्ट्री, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी वाराणसी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी से की गयी थी | विदित हो कि संस्था द्वारा इस निर्मम घटना के पूर्व में ही वाराणसी पुलिस के उच्च अधिकारियों को 8 दिसम्बर, 2014 को ही युवती के साथ छेड़छाड़ की घटना और कोई अनहोनी होने की घटना की लिखित शिकायत रजिस्टर्ड पत्र से की गयी थी |
वाराणसी पुलिस के फेसबुक पेज पर भी इस मामले की शिकायत के बाद सीओ चेतगंज को जाँच का निर्देश दिया गया है |


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