Wednesday, June 01, 2016

उत्पीड़न का सामाजिक भूगोल

Please find write up of Ramji Yadav. He is facing resource crunch but he is very active on basis of committment.
रामजी यादव का जन्म बनारस के एक गाँव चमांव में हुआ . शिक्षा के दौरान ही वामपंथी आन्दोलन की ओर झुकाव तथा कई वर्ष बनारस , कानपुर तथा दिल्ली में पूर्णकालिक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में काम . बाद में लेखन और वृत्तचित्र निर्माण करने लगे . जाने-माने कथाकार , कवि एवं समीक्षक . अथकथा-इतिकथा (कहानी संकलन) एवं अँधेरा #भारत (उत्पीड़ितों की आत्म कहानियां) के अतिरिक्त ज्योतिबा फुले , भारतेंदु हरिशचंद्र , डॉ अम्बेडकर , गिजुभाई बधेका एवं रामचंद्र शुक्ल संकलन प्रकाशित . उल्लेखनीय और प्रशंसित वृतचित्रों में गाँव का आदमी , एक #औरत की अपनी कसम , समय की शिला पर , पैर अभी थके नहीं , यादें , पानीवालियां , खिड़कियाँ हैं बैल चाहिए , The Caste Matters , We Shall Reject आदि हैं . फ़िलहाल #कनहर सिंचाई परियोजना पर एक उपन्यास ‘प्रेमकथा में डूबगाँव’ एवं प्रचुर कथा एवं गैर कथा लेखन के अलावा भारत के जनांदोलनों के दस्तावेजीकरण के साथ ‘गाँव के लोग’ नामक ट्रस्ट का संचालन . #बनारस और यदा-कदा #मुंबई में निवास .
संपर्क – ग्राम -- अहिरान , पोस्ट – चमांव , शिवपुर , वाराणसी – 221003
मोबाइल – 91 -- 9454684118 , 969984413
ईमेल –yadav.ramji2@gmail.com

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