सेवा में, 11 सितम्बर, 2015
माननीय अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली |
विषय : उत्तर प्रदेश के जिला जौनपुर, थाना मुंगरा बादशाहपुर, ग्राम गरियाव में उची जाति के दबंगों द्वारा मुसहर (अनुसूचित जाति) जाति के मजदूर द्वारा मजदूरी माँगने पर बुरी तरह से मारपीट कर उसकी जीभ (जुबान) काटने व जान से मारने की धमकी देने और पुलिस द्वारा के न दर्ज करने के सन्दर्भ में |
महोदय,
आपको यह अवगत करना चाहता हूँ कि पीड़ित तूफानी मुसहर पुत्र मल्लू मुसहर अनुसूचित जाति का ग्राम - गरियाव, थाना – मुंगरा बादशाहपुर, जिला – जौनपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है | पीड़ित मकान बनाने का काम करता है | उसी के गाँव के रहने वाले संतोष कुमार शुक्ला उर्फ़ पप्पू के मकान पर उसने प्लास्टर का काम किया था जिसके एवज में उसकी मजदूरी बकाया थी जिसे देने में संतोष आनाकानी करने लगा | पीड़ित ने कई बार उनसे अपने बकाया मजदूरी का पैसा मांगा पर हर बार वो आनाकानी करते रहे इसी दौरान एक दिन पीड़ित का संतोष से पैसे को लेकर बहस हो गयी और कहा सूनी हो गयी और संतोष ने पीड़ित तूफानी को धमकी देते हुए कहा कि दुबारा पैसे का तगादा मत करना नहीं तो अच्छा नहीं होगा |
जिसके बाद पीड़ित दुबारा अपना पैसा नहीं मांगा लेकिन दिनांक 5 सितम्बर, 2015 को करीब रात में 9 बजे संतोष पीड़ित घर मोटर साईकिल लेकर आये और पीड़ित से बोले कि चलो पिछली सब बात ख़त्म करो और आओ जन्माष्टमी घुमाने चले और मै तुम्हे वापिस घर छोड़ दूंगा और तुम्हारा बकाया पैसा भी दे दूंगा | चूँकि उस दिन जन्माष्टमी का त्यौहार था और पीड़ित ने भी सभी मनमुटाव भुलाकर मै उनके साथ घुमाने चला गया | बाज़ार में जन्मोत्सव देखने के बाद पीड़ित उसकी मोटरसाईकिल से वापस घर आ रहा था तभी रास्ते में नहर के पास पुलिया पर संतोष के दोस्त पुटटन सरोज और पप्पू सरोज पहले से ही वहा मौजूद थे | संतोष ने मोटरसाईकिल वही रोक दी | जिसके बाद संतोष पुटटन सरोज और पप्पू सरोज ने पीड़ित को जातिसूचक गाली देते हुए कहा कि साले मुसहर तेरी इतनी औकात हो गयी है कि अब तुमलोग हमलोग से तगादा करने लगे | बहुत जबान चलाने लगे हो आज तुम्हारी जबान ही काट देते है फिर कभी जबान नहीं चलेगी | यह घटना रात करीब 1 बजे की है | इसके बाद तीनो ने पीड़ित को बहुत बुरी तरह लात घुसो से मारना शुरू किया और पुटटन सरोज और पप्पू सरोज ने पीड़ित को पकड़ लिया और और संतोष ने पीड़ित को रिवाल्बर दिखाते हुए धमकी दी कि यदि चिल्लाये तो जान से मार देंगे | जिसके बाद संतोष ने एक छोटा चाकू निकाला और पीड़ित की जुबान फाड़ दिया | उनके मारने पीटने से पीड़ित के नीचे के कई दांत भी टूट गए है | जिसके बाद पीड़ित दर्द से तड़पकर चिल्लाने लगा जिससे जन्माष्टमी देखकर लौट रहे कुछ लोगो ने आवाज दी जिससे वो तीनो पीड़ित को जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए कि यदि पुलिस को सुचना दोगे तो जान से मार देगे | जिसके बाद 6 सितम्बर, 2015 को सुबह पीड़ित सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर गया परन्तु वहाँ पर संतोष मौजूद था और संतोष के कहने पर डाक्टरों ने पीड़ित को भर्ती नहीं किया बल्कि कुछ दवाईया देकर भगा दिया जबकि पीड़ित के मुह से लगातार खून निकल रहा था | इसके बाद पीड़ित ने एक प्राईवेट अस्पताल में अपना इलाज करवाया और जीभ पर टाँके लगे | साथ ही पीड़ित अपने भाई और माँ के साथ मुंगरा बादशाहपुर थाने पर रिपोर्ट लिखवाने गया तो थाने में संतोष पहले से मौजूद था और पीड़ित को गाली देने लगा और पुलिसवाले ने कहा कि भाग जाओ दुबारा यहाँ आओगे तो उलटे केस में बंद कर दूंगा | उसके बाद पीड़ित ने जिलाधिकारी महोदय जौनपुर व पुलिस अधीक्षक महोदय जौनपुर को लिखित शिकायत की परन्तु उसके बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया |
इसके साथ ही संतोष व उसके अन्य साथी पीड़ित को लगातर जान से मारने की धमकी दे रहे है | जिससे पीड़ित इस समय अपना घर छोड़कर अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छुपकर रहा है क्योकि पुलिस भी संतोष के साथ मिलकर पीड़ित को लगातार मारने या झूठे केस में फ़साने के लिए खोज रहे है |
अतः आपसे निवेदन है कि कृपया इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए कृपया पीड़ित के जान माल की सुरक्षा करते हुए पुलिस को निर्देशित करे कि इस मामले में SC/ST Act के तहत मुकदमा पंजीकृत करने का निर्देश देने की कृपा करे साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के विरूद्ध भी कार्यवाही का निर्देश दे | साथ ही पीड़ित को उचित मुआवजा दिलाने की कृपा करे |
संलग्नक :
1. अखबार की छाया प्रति |
2. जिलाधिकारी को दिए गए पत्र की पावती की प्रति |
3. सरकारी अस्पताल की स्लिप की प्रति |
भवदीय
डा0 लेनिन रघुवंशी
महासचिव
मानवाधिकार जननिगरानी समिति
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी
+9935599333
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