Saturday, March 28, 2020

कोरोना महामारी से बचाव और खाध्य सुरक्षा पर मानवाधिकार जन निगरानी समिति/जनमित्र न्यास की पहल: (27 मार्च,2020 तक)


कोरोना महामारी से बचाव और खाध्य सुरक्षा पर मानवाधिकार जन निगरानी समिति/जनमित्र न्यास की  पहल: (27 मार्च,2020 तक)  

वाराणसी| राष्ट्र व्यापी लॉक डाउन के घोषणा होने के बाद मानवाधिकार जन निगरानी समिति/जनमित्र न्यास का कार्यालय भी 21 दिन के लिए बंद करने की सूचना जारी कर दी| लॉक डाउन के पहले ही हम लोगो ने अपने साथी कार्यकर्ता के सुरक्षा के लिए मास्क व सेनीटाइजर उपलब्ध करवाया, लोगो के बीच में दुरी बनाकर रखने के साथ लगातार हाथ धोने के बारे में बताया गया और साथ ही लोगो को मोबाइल द्वारा इसकी जानकारी देने को कहा गया ,जो वो कर रहे है | लोगो को २३ मार्च,२०२०  को  वेतन उनके खाते में भेज दिया गया. लॉक डाउन से पहले हम लोगो ने अपना सभी स्कूल और मदरसे बंद करा दिए थे.  नोरेक- इन्सेक-PVCHR फेलो को भारत और नेपाल उनके घर सुरक्षित भेज दिया गया था. संस्था के संयोजक लेनिन रघुवंशी को वायरल बुखार होने पर उन्होंने अपने को  होली के तुरंत बाद से isolate कर लिया था और और घर से काम शुरू कर दिया(started work from home).
लॉक डाउन से पहले 67 गाँव और बस्तियों में कार्यकर्तावो ने वंचित तबके के लोगो को कोरोना के रोकथाम का उपाय पहले ही बताया जा रहा था.


पी०वी० सी० एच० आर० के साथी कार्यकर्ता व वालंटियर ने लॉक डाउन का पालन करते हुए दिन रात घर बैठकर वंचित समुदाय के साथ फ़ोन से उनके घर व बस्ती की जमीनी स्थिति जानकर उस पर लिखा- पढ़ी करना शुरू कर दी| जिससे उक्त समुदाय भी कोरोना वायरस से लड़ाई के इस मुहीम में सक्रिय भागीदारी कर सके|
सोशल (फिजिकल ) डिस्टेंस का पालन करते हुए सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल वंचित तबके को बहु आयामी और बहु स्तरीय हस्तक्षेप व मदद के लिए किया|




कैंपेन व पैरवी :
1.     संस्था के संस्थापक सदस्य लेनिन रघुवंशी और श्रुति नागवंशी ने मानवाधिकार जन निगरानी समिति व वी. ओं. पी. (VOP) की तरफ से    प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को अविलम्ब कार्यवाही का आह्वान किया जिससे इस महामारी में लोगो के जीवन जीने के लिए आवश्यक वस्तु  एवं सेवाये सुनिश्चित हो सके| इस पत्र में निम्नवत बिंदु है:
1.Health and medical infrastructure
2. Mass distribution system and essential supplies
3. Organized and unorganized workers, laborers, poor people, and other vulnerable groups
4. Block and District- level economic and health infrastructure
5. Legal action  

पत्र ईमेल से भेजा गया और फिर ब्लॉग पर प्रकाशित किया गया. लिंक:  http://pvchr.blogspot.com/2020/03/urgent-call-for-action-on-part-of-state.html 
फिर ट्विटर से प्रधान मंत्री सहित मुख्यमंत्री को टैग किया गया. इसी बीच वाराणसी के कोइरीपुर मुसहर बस्ती में  अनाज के अभाव में अकरी खाने की जानकारी मानवाधिकार जन निगरानी समिति द्वारा प्रकाश में लाया गया.  जिसके बाद प्रशासन ने अनाज वितरण तुरंत कराया. उसी समय जनसंदेश टाइम्स ने अपने वेब पेज पर समाचार प्रकाशित किया, जो वायरल हो गया. गाँव में पूर्व विधायक श्री अजय राय के अलावा पत्रकारों सहित अनको लोगो ने अनाज के साथ साबुन आदि का भी वितरण कराया. समाचार राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आने पर इसी बीच  भारत के वित्त मंत्री ने राहत पैकेज की घोषणा की, जिसमे  मानवाधिकार जन निगरानी समिति व वी. ओं. पी. (VOP) द्वारा भेजे गए पत्र की लगभग सभी मागो को शामिल किया गया. सरकार के इस पैकेज की सराहना माननीय सोनिया गाँधी जी और श्री राहुल गाँधी ने भी किया. अब  मानवाधिकार जन निगरानी समिति व वी. ओं. पी. (VOP) ने इसे जमीन पर लागू करने में मदद में लग गया है.




2.     संस्था के कार्यक्रम निदेशक शिरिन शबाना खान ने change.org पर कोरोना लॉकडाउन में फंसे मज़दूरों के खाने-पीने और सुरक्षित यातायात की व्यवस्था करे सरकार पेटीशन शुरू किया| लॉकडाउन का मतलब है कि अगले 3 हफ्तों तक उनके पास कोई काम नहीं होगा। ना कोई आमदानी जिससे वो खाना पाएं। सरकार के राहत पैकेज की घोषणाओं से पहले ही लाखों मजदूर सिर पर बोरी और बच्चों को लादकर पैदल ही अपने गाँव की ओर निकल गए। पैदल, क्योंकि रोड पर कोई बस या सवारी नहीं। वो किसी तरह बस अपने गाँव पहुँचना चाहते हैं। पेटीशन का लिंक:
Petition in Hindi:

पेटीशन  को ट्विटर पर शेयर किया गया और सभी प्रमुख राजनैतिक दलों को टैग किया गया. जिसपर सुश्री प्रियंका गाँधी ने भी अपील की. लिंक देखे: https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=10222641870855289&id=1228281279
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर उनसे देश में तीन सप्ताह के लॉकडाउन (बंद) की घोषणा के बाद विभिन्न हिस्सों से प्रवासी मजदूरों के सामूहिक रूप से अपने-अपने गंतव्यों के लिए निकलने के मुद्दे पर ध्यान देने को कहा है। गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने भी राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासनों से प्रवासी मजदूरों को खाना और आसरा मुहैया कराने को कहा है ताकि वे वहीं रहेंजहां हैं।
महामारी से बचाव और खाध्य सुरक्षा पर पहल:
Summary of Direct support up to 27 march 2020:
·       Food grains and other essential commodities to Musahar families in Varanasi: 731
·       Food packets in Baghawnala, Varanasi: 50
·       Support of Food grains and other essential commodities to Paru Sonkar,Baghawanala, Varanasi by Gokul Dalit: 1  
·       Food grains to Musahar families in Sarai Jaunpur by DSO after intervention of Gokul dalit and PVCHR: 11
·       Multivitamins in Varanasi: 22 Families
·       Sanitizers in Varanasi: 52 Families (22 Families of vitamins+30 new families)
·       Support by Shabana Khan in Lamahi, Varanasi: 1 family
Total beneficiaries families: 846

  •     संस्था की मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी food security Act के तहत पूर्व में जिला खाध्य सुरक्षा समिति की सदस्य थी और अभी संस्था के लेनिन रघुवंशी है. लेनिन रघुवंशी ने जिला आपूर्ति अधिकारी, वाराणसी को राशन की दुकान खोल कर लोगो को खाद्यान देने के लिए कहा.
  •        संस्था ने पूर्वांचल के विभिन्न जिलो के 306 गाँव व स्लम में वंचित समुदाय के लोगो से बात किया, जिससे हम लोग करीब 5000 परिवारों तक पहुचे | बात करने पर पता चला कि बहुत सारे मुसहर बस्ती में सिर्फ एक या दो दिन का भोजन था और कही कुछ भी नहीं था| इस मामले को संस्था के संस्थापक व संयोजक लेनिन रघुवंशी जी ने मुख्यमंत्री व सम्बंधित जिला के जिलाधिकारी को ईमेल से शिकायत की| शिकायत को फेसबुक और ट्विटर पर विभिन्न हितधारी संस्था को संज्ञान में लाने के लिए किया गया|  एक अद्भुत प्रयास संस्था के लोगो ने मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी के निर्देशन व वरिष्ट कार्यकर्ता मंगला राजभर के सुझाव पर शुरू किया कि संस्था के लोगो के अलावा समुदाय के लोगो खाद्यान के लिए उप जिलाधिकारी (SDM) को मोबाइल पर फ़ोन करे. साथ ही सोशल (फिजिकल ) डिस्टेंस का पालन करने और हाथ साबुन से धोने के लिए बताते हुवे SDM का मोबाइल नंबर देते हुवे उनसे SDM को फ़ोन करने को कहा गया, जिसपर समुदाय के अगुवा लोगो ने SDM को फ़ोन किया. |जिसके कारण अभी तक हस्तक्षेप करने के बाद वाराणसी के 23 बस्ती के 731 परिवार को राशन मिला और बघवानाला में 50 लोगो को फ़ूड पैकेट मिला| वही जिन गाव में राशन तुरंत नहीं मिला वहां प्रधान जाकर लोगो से खाता डिटेल लिया और कहा कि कोटे में राशन आ गया है और जल्दी ही राशन वितरण होगा| राशन की दुकानों के कोटेदार को मोबाइल पर फ़ोन कर अनाज वितरण के समय लाभार्थी द्वारा हाथ साबुन से धोने और दुरी बनाये रखने का निवेदन किया गया, जिसका पालन शुरू हो चूका है.



     मुसहर व अन्य दलित परिवारों को राशन दुकान से मिला अनाज:
विकास खंड बड़ागांव जनपद वाराणसी : ( कुल: 193)
बड़ागांव (कोइरीपुर)   24
अनेई.     42
असवारी    16
बरहिकला      11
दल्लीपुर      50
हमीरापुर.      20
खरावन (लखापुर)  22
पूरा रघुनाथपुर.   8
विकास खंड पिंडरा जनपद वाराणसी: ( कुल: 289)
पिण्डरा मुसहर बस्ती :
रायतारा  29
रमईपुर.  23
खरूआ   23
रमईपट्टी 
सराय मुगल एवं बमोखर मुसहर बस्ती 41
दल्लीपुर (मरुडीह) 55
नेहिया
रोनाबारी एवं नईपर मुसहर बस्ती 47
घोघरी (बरबसपुर) 25
जगदीशपुर (अहिरावीर)  13
थाना   33
विकास खंड आराजीलाइन जनपद वाराणसी: ( कुल: 132)
परबन्दापुर   54
सजोई    78
विकास खण्ड हरहुआ जनपद वाराणसी : ( कुल: 117)
पुआरी खुर्द 
नोनारी नट बस्ती   12
मुसहर बस्ती      15
आयर मुसहर बस्ती   35
बढौकी मुसहर बस्ती 25
कोहासी मुसहर बस्ती 30

·        लेनिन रघुवंशी के सोशल (फेसबुक) मीडिया का संज्ञान लेकर  वाराणसी के सामाजिक कार्यकर्त्ता गोकुल दलित और जौनपुर के जिला पूर्ति अधिकारी सकरा मुसहर बस्ती में जाकर 22 लोग (11 परिवार) को राशन दिया| बस्ती ने गए सरकारी अधिकारी ने बस्ती के 26 लोगो का आधार कार्ड, पासबुक और फोटो राशन कार्ड बनवाने के लिए ले गये| बस्ती के लोगो को निर्देशित किया गया कि कोई एक व्यक्ति आकर सबका राशन कार्ड ले जायेगा|मुसहरो ने कहा कि साहब आप सब लोग भगवान का स्वरुप बनकर आये है|
·        वही बघवानाला में पारस (पारु) सोनकर के भूख को मिटाने के लिए लगातार फालोअप और सोशल मीडिया पर डाला गया| अपील को गंभीरता से लेते हुए फिर से गोकुल दलित ने पारु के परिवार को राशन व आवश्यक वस्तु उपलब्ध करायी| पारस की पत्नी चमेला से फ़ोन करने पर उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था| उसने अपने सोते हुए बच्चो को उठाकर बिस्कुट खिलाया व खाना बनाना शुरू किया| पारु की एक मानसिक विक्षिप्त 14 वर्षीया बेटी भी है|
·        संस्था में 25 परिवारों में मल्टी विटामिन और 52 परिवारों को सेनीटाइजर विक्रम नागवंशी व श्रुति नागवंशी  के सहयोग से उपलब्ध कराया|  https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=10222640139011994&id=1228281279 



·        जिला कारागार वाराणसी द्वारा कैदियों से मास्क सिलाई करवाया जा रहा है, जिसके लिए 21 मार्च,2020 को 2 सिलाई मशीन (1 हाथ सिलाई मशीन, 1 पैर से चलाई जाने वाली सिलाई मशीन) अधीक्षक जिला कारागार वाराणसी के आग्रह पर JMN/PVCHR द्वारा और 2000 रुपये का आर्थिक सहयोग (मास्क के लिए कपड़ा खरीद हेतु) स्वतः प्रेरणा हेतु दिया गया ।  https://www.facebook.com/photo.php?fbid=10216438549496428&set=a.1200876062188&type=3&theater
·        यही नहीं इस मुहीम में व्यक्तिगत रूप से संस्था के ट्रस्टी श्री लाल बहादुर जी ने 10000 रूपया जनमित्र न्यास को दान दिया, अवकाश शर्मा ने मुम्बई में आवश्यक वस्तुए भी जरुरत मंद लोगो के बीच में बाटा, नितिन गुप्ता, प्रभारी उतराखंड ने भी हरिद्वार में फसे लोगो को भोजन कराया साथ ही संस्था की कार्यक्रम निदेशक शिरीन शबाना खान ने भी एक परिवार की मदद की| लगातार लोगो को गरीब व वंचित समुदाय के मदद के लिए अपील की जा रही है|
केस स्टडी
वाराणसी के बडागांव ब्लाक के असवारी मुसहर बस्ती में राशन कार्ड विहीन तीसरे तिमाही की गर्भवती रेनू पत्नी फोटो मुसहर 2 बच्चे व बृद्ध सास सहित 5 सदस्य इनके परिवार में थे जिनके पास कोई राशन कार्ड नहीं था राशन न होने पर रेनू के घर  2 दिन से चूल्हा नहीं जला था सूचना मिलने पर समुदाय के साथ रेनू भी अनाज लेने कोटेदार के पास गई.  लेकिन राशन कार्ड ना होने के कारण  राशन दुकानदार द्वारा यह कहकर रेनू को वापस कर दिया कि जिसके पास राशन कार्ड है,राशन उसी को मिलेगा. रेनू चिंता से  दुखी होकर वापस अपने घर आई. जिसके बाद पुनः जन मित्र न्यास टीम द्वारा  समुदाय से कंफर्म  करने की प्रक्रिया चलाया गया कि किसे अनाज मिला और किसे नहीं? पता पता चला कि रेनू को अनाज नहीं मिला था. जिसके बाद पुनः संपर्क कर कोटेदार से बात किया गया और रेनू से बात कर उन्हें कोटेदार के पास भेजा गया. जिसके बाद राशन कार्ड न होने के बाद रेनू को 5 किलो चावल  कोटेदार द्वारा दिया गया  तथा रेनू का आधार कार्ड बैंक पासबुक  की छाया प्रति लेकर उनका राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया चलाया गया ।
मानवाधिकार हनन के मामले में नज़र
1.     संस्था ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में लॉक डाउन के दौरान हुए पुलिसिया उत्पीडन के बारे में हस्तक्षेप किया|  पत्रकारों के साथ हुए हमलो पर भी हस्तक्षेप किया.
2.     कोरोना और लॉक डाउन की स्थिति में उत्पन्न भुखमरी के लिए लड़ने वाले पत्रकार श्री विजय विनीत को धमकाने के सम्बन्ध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, माननीय न्यायधीश, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप किया गया|
4.     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के संज्ञान में लॉक डाउन के दौरान चल रहे भट्टे में ईंट पथवाने व सोसल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने के सन्दर्भ में हस्तक्षेप किया गया|
 यह वक़्त कोरोना से लड़ाई के साथ अपने देश के उन परिवारों के साथ भी खड़े होने का है जिनको मदद की जरुरत हैयह समय इंसानियत बचाने का भी है.
अधिक जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग

Appeal to fight back Corona
Dear Friends,

As we already know that a nationwide lockdown has been imposed in an attempt to slow the spread of the coronavirus. We appealed to the people Stay at Home; Help those in Need, Flatten the curve, Do your part to prevent Coronavirus.

In this situation we are looking forward for your kindest support in the fight for survival of the people of this country faces with the deadly epidemic.

1.      Write letter to Prime Minister of India and Chief Minister of your state. On 24th March, 2020 we sent letter with our demand.  http://pvchr.blogspot.com/2020/03/urgent-call-for-action-on-part-of-state.html

2.   Provide direct support to the People belonging to vulnerable groups and communities who are landless daily wages worker. In the lockdown they are facing monetary crises due to which they are unable to buy the food grain and other essential items.

3.   We have now requests from over 1500 families from various parts of Uttar Pradesh and Jharkhand. PVCHR, JMN and colleagues, volunteers and friends are trying to reach out to as many people as physically possible for us. We request you to kindly donate whole heartedly to the accounts mentioned below. We will keep accounts and will share accounts and expenditure by the third week of April. Kindly donate to any of the following accounts So, on time we provide food and other essential commodities to them to prevent further hunger or malnutrition:


Name of bank
UCO bank
Address of Bank
Pandeypur, Varanasi, U.P India
Bank account number (for National Contribution)
20110100000768
Bank account number (Foreign Contribution)
20110100001170

Bank account name/beneficiary
Jan Mitra Nyas
IFSC No.
UCBA0002011
Swift no.
UCBAINBB106 (mention please transfer to account no. 1170, UCO Bank Pandeypur, Varanasi)

Address of Bank
Pandeypur, Varanasi, U.P India

  
With kindest regards,

Lenin Raghuvanshi

#PVCHR #JMN #JanMitraNyas #U4HumanRights #UStand4HumanRights #CoronaVirus #Corona #COVID-19



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