Response of DGP office of UP in case of death threat to Dr. Lenin.Special Operation Group started inquiry.
From: UP Police Computer Cetre Lucknow <uppcc-up@nic.in>
Date: 2011/11/30
Subject: Fwd: मानवाधिकार कार्यकर्ता डा0 लेनिन के मो0 न0 - +91-9935599333 पर फोन कर जान से मारने की धमकी देने के सन्दर्भ मे.
To: digcomplaint-up@nic.in
Cc: Detention Watch <pvchr.adv@gmail.com>
Date: Tue, 29 Nov 2011 20:44:47 +0530
Subject: मानवाधिकार कार्यकर्ता डा0 लेनिन के मो0 न0 - +91-9935599333 पर फोन कर जान से मारने की धमकी देने के सन्दर्भ मे.
सेवा मे, 29 नवम्बर, 2011
पुलिस महानिदेशक महोदय,
उत्तर प्रदेश - लखनऊ !
विषय :- मोबाईल न0- +94757251733 से मानवाधिकार कार्यकर्ता डा0 लेनिन के मो0 न0 - +91-9935599333 पर फोन कर जान से मारने की धमकी देने के सन्दर्भ मे.
महोदय,
मै डा0 लेनिन रघुवंशी, पुत्र- सुरेन्द्र नाथ सिह, निवासी- म0 न0 - सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला हू. मै मानवाधिकार जननिगरनी समिति का सन्योजक और वर्तमान मे महासचिव हू, समिति मानव अधिकार संरक्षण, सम्वर्धन के लिए प्रयासरत है तथा कानून के राज स्थापित करने मे विश्वास रखती है.
आज दिनांक 29 नवम्बर, 2011 को मो0 न0:- +94757251733 से कई बार बंक काल (missed call) आया तथा 5:27 P.M. बजे इसी नम्बर से प्रार्थी के मो0 न0 :- +91-9935599333 पर फोन कर लगातार गाली देते हुए बोला- " मानवाधिकार मतलब ....(गाली देते हुये), तुम्हे उठवा लेंगे, ज्यादा बनोगे तब गोली मरवा देंगे" जैसी धमकी दिया ! उस समय प्रार्थी कार्यालय मे बैठक मे था और पूरी तरह से विचलित हो गया ! उस दौरान समिति के कई सदस्य भी उपस्थिति थे !
बैठकी के बाद जब प्रार्थी द्वारा 6:22 P.M. बजे, उस नम्बर पर फोन किया गया, लेकिन उधर से किसी प्रकार की आवाज़ नही आयी, उसके बाद फिर फोन किया गया, फोन पर उधर से आवाज़ आयी. प्रार्थी उनसे परिचय और कहा के रहने वाले है पूछा, तब वह आदमी बोला- " मेरा नाम जे0पी0 मिस्रा है, मै गोरखपुर का रहने वाला हू, मेरी ताकत और मेरे बारे मे तुम्हे पता नही, मै कुछ भी कर सकता हू, बेटा मेरा सम्बन्ध कई लोंगो से है, तुलसी सिह को जानते हो, समझ जाओ, किस प्रकार का आदमी हू, मुम्बई मे भी रहा हू ...., मै कुछ भी कर सकता हू, तुम प्रदेश के मुख्यमंत्री या राज्यपाल रहो, कुछ भी करने की औकात मै रखता हू, समझे" इस तरह की धमकी देते हुये बोला- "तुम्हारी औकात ही क्या है, द्स हज़ार - बीस हज़ार वेतन पाते होंगे !"
विदित हो कि गोरखपुर के सोहराब हत्याकांड मे उच्चस्तरीय सघन जांच चल रही है, जिसमे समिति द्वारा जांच कर मेरे हस्ताक्षर से लिखा - पढी की गयी थी, उस मामले मे माननीय योगी आदित्य नाथ (सांसद, भा0ज0पा0) का नाम भी सामने आ रहा है, यह फोन करने वाला भी गोरखपुर का रहने वाला बताया, तथा उसके बातो से लगा कि वह सांसद जी का करीबी है, क्योंकि वह मुझे कोई सरकारी अधिकारी समझ रहा था ! वह अपने को कभी द0 अफ्रिका तो कभी अमेरिका से बात करने की बात कह रहा था !
यहा यह भी कहना चाहूगा कि समिति वंचित समुदायो जैसे - अल्पसंखयक, दलितो और अति वंचित समुदाय मुसहर के अधिकारो को सुनिश्चित करने के लिये संघर्षरत है, इसी सन्दर्भ मे कई भू-माफिया, उच्चजाति के लोंग शोषक वर्ग के है, के विरूध्द गरीब दलितो की जमीनो को कब्जा मुक्ति हेतु सवर्ण जाति के दबंग भू माफियाओ के खिलाफ मेरे द्वारा उच्चस्तरीय लिखा पढी की जाती है तथा शासन - प्रशासन द्वारा व आयोग द्वारा मेरे प्रार्थना पत्र पर दोषियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाती है. इसी सन्दर्भ मे दुर्गा गौड. (अहरक खास के रहने वाले) के मामले मे भी ब्राह्मण जाति के लोंग सम्भावित दोषी है ! जिसमे मैने 15 जून, 2011 को आपके आयोग तथा पुलिस माहानिदेशक, लखनऊ को आवेदन पत्र भेजा था ! जिससे यह लग रहा है कि इन सभी धमकियो व मानसिक प्रताडना के पीछे दबंग, भू-माफियाओ तथा अराजक तत्वो की मिली भगत से मुझे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है !
हमलोंग एक लोकतांत्रिक और संविधान द्वारा संचालित व्यवस्था वाली देश मे निवास करते है, जहा कानून सर्वोपरी है. मानवाधिकार कार्यकर्ता को इस तरह से मानसिक प्रताडना देना व शोषण किया जाना व इस तरह की हमलो व दिये जा रही धमकियो से प्रबल आशंका है कि मेरे साथ भविष्य मे किसी भी समय किसी भी तरह की अनहोनी घटना घट सकती है !
ऎसी स्थिति मे उक्त प्रकरण मे उच्च्स्तरीय जांच कराकर मानवाधिकार कार्यकर्ता के जान माल की रक्षा व मानसिक प्रताडना से निजात दिलाया जाना आवश्यक और न्यायसंगत है !
अत: महोदय से निवेदन है कि मामला की उच्चस्तरीय जांच कराते हुये सम्भावित दोषी पर कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए और प्रार्थी व गवाहो को सुरक्षा प्रदान करने की कृपा करे !
डा0 लेनिन
(महा सचिव)
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